Google क्या है और इसका पूरा नाम क्या है ?
गूगल एक अमेरिकी बहुराष्ट्रीय प्रौधोगिकी कम्पनी है, जिसके पास दुनिया का सबसे लोकप्रिय सर्च इंजन, ऑनलाइन विज्ञापन तकनीक, क्लाउड कम्प्यूटिंग और सॉफ्टवेयर उत्पाद हैं। गूगल दुनिया भर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने बाला सर्च इंजेन है। भारत गूगल के लिए एक बहुत बड़ा बाजार है, और 2025 मैं यहाँ हर महीने गूगल पर 12 बिलियन से ज्यादा विजिट दर्ज की जाएंगी। 2025 तक, दुनिया में 5.6 बिलियन से ज्यादा लोग गूगल का इस्तेमाल करते हैं। यह संख्या दुनिया भर के इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के 90% से अधिक है , जो इसे सबसे लोकप्रिये सर्च इंजन वनाती है
गूगल का मिशन दुनिया भर की जानकारी को व्यवस्थित करना और उसे सभी के लिए सुलभ व उपयोगी बनाना है। गूगल की शुरुआत 1996 में स्टैनफोर्ड विश्वविधालय के पीएच. डी. छात्रों लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन द्वारा बैकरब नामक एक शोध परियोजना के रूप में हूई थी। इस सर्च इंजन का नाम 1997 में बदल कर गूगल कर दिया गया जो गणितिज्ञ शब्द गूगोल से प्रेरित था। 4 सितांबर, 1998 लो पेज और ब्रिन ने कैलिफोर्निया के एक गैराज में गूगल inc. की स्थापना की। 2015 से गूगल अपनी मूल कंपनी ऐल्फाबेट इंक. की सहायक कम्पनी रही है। और 2006 में गूगल ने YouTube का अधिग्रहण किया था।
Google का पूरा नाम (फूल फॉर्म) किया है ?
गूगले का कोई आधिकारिक पूरा नाम (फूल फॉर्म) नहीं है, हालाकी कई स्रोतों के अनुसार इसका एक परिवर्ण शब्द है :Global Organization of Oriented Group Language of Earth। यह शब्द वास्तब में गणितीय शब्द “गूगोल” (googol) से प्रेरित है, जो एक बाद सौ शून्य वाली एक बहुत बड़ी संख्या है, और यह कम्पनी के विशाल जानकारी को व्यवस्थित करने के लक्ष्य को दर्शाता है।
गूगल नाम के पीछे की कहानी :
- कंपनी के सह-संस्थापक लेरी पेज ने जब अपने सर्च इंजन के लिए नाम चुना, तो उन्होंने गणितीय शब्द “गूगोल” का इस्तेमाल किया।
- एक छोटी सी गलती के कारण, “गूगोल” की वर्तनी गूगल (google) में बदल गई, और फिर कम्पनी का नाम रखा गया।
- गूगल नाम कम्पनी के विशाल जानकारी के संग्रह और उसे व्यवस्थित करने की क्षमता को दर्शाता है, जो कम्पनी के मिशन का एक मुख्य हिस्सा है।
क्या Google हमें हर बात सच बताता है?
प्रत्येक दिन आप गूगल पर कुछ न कुछ सर्च जरूर करते है क्या काभी आंपने यह सोचा है की गूगल पर सर्च की गई हर बात सही होती है, नहीं गूगल हर बात सच नहीं बताता है, क्योंकि यह सिर्फ एक सर्च इंजन है जो इंटरनेट पर मौजूद वेबसाइटों को आपके सवालों से जोड़ता है, न कि खुद जानकारी का स्त्रोत है। गूगल के परिणामों में काभी-काभी गलत या पक्षपाती जानकारी भी हो सकती है, इसलिए प्राप्त जानकारी की पुष्टि अन्य विश्वसनीय स्त्रोतों से करना महत्वपूर्ण है।
क्यों गूगल हमेशा सच नहीं बताता:
- सर्च इंजन का काम : गूगल का मुख्य काम इंटरनेट पर जानकारी खोजना और आपके प्रश्न से संबंधित लिंक दिखाना है यह खुद जानकारी नहीं बनाता या उसकी सत्यता की गारंटी नहीं देता।
- जानकारी की विविधता : इंटरनेट पर हर तरह की जानकारी होती है, जिसमें सही और गलत दोनों ही शामिल हैं। गूगल बस वही दिखाता है जो मौजूद है, और सच या झूट में अंतर नहीं कर पाता।
- पक्षपातपूर्ण सामग्री : कुछ वेबसाईटें या कंटेन्ट जानबूझकर गलत या भ्रामक जानकारी फैला सकते हैं। गूगल इन्हे भी दिखा सकता है।
- सर्च परिणाम वैयक्तिक्रत हो सकते हैं : गूगल आपके खोज इतिहास और कुकीज के आधार पर परिणामों को वैयक्तिक्रत कर सकता है, जिससे आपको वह जानकारी अधिक दिख सकती है, जो आपकी पहले की रूचियों या खोजों से मेल खाती हो।
Google कैसे work करता है?
गूगल एक सर्च इंजन है जो वेब पेजों को “क्रॉल” (खोज) करके उन्हें “इंडेक्स” (संग्रहित) करके और फिर उन इंडेक्स की गई जानकारी में से सबसे प्रासंगिक परिणाम “रैंक” (व्यवस्थित) करके उपयोगकर्ताओं को दिखाने के लिए वेब क्रॉलर एक विशाल इंडेक्स और रैंकिंग एल्गोरिदम का उपयोग करता है।
क्रॉलिंग ( Crawling ) :
- गूगल अपने वेब क्रॉलर सॉफ्टवेयर जिसे Googlebot भी कहते हैं, का उपयोग करके वेब पेजों को ढूँढता है।
- यह Bot वेब पेजों पर मौजूद लिंक से लिंक पर जाता है और लगातार नई जानकारी खोजता है।
इंडेक्सिंग ( Indexing ) :
- जब bot कोई वेब पेज ढूंढ लेता है, तो गूगगले उस पेज की सामग्री ( टेक्स्ट, इमेज, वीडियो ) का विश्लेषण करता है और उसे एक बड़े डेटाबेस में स्टोर करता है।
- इस डेटाबेस को google index कहा जाता है, जो जानकारी को व्यवस्थित रखता है ताकि खोजे जाने पर उसे तुरंत ढूंढा जा सके।
रैंकिंग ( Ranking ) :
- जब आप गूगल पर कुछ खोजते है तो गूगल अपने इंडेक्स में उन पेजों को देखता है जो आपकी खोज से संबंधित हैं।
- फिर यह एक जटिल एल्गोरिदम का उपयोग करके उन पेजों को रेंक करता है, यानि उन्हे एक क्रम में व्यवस्थित करता है।
- सबसे प्रासंगिक और उपयोगी परिणाम पेज लिस्ट में सबसे ऊपर दिखाई देते हैं।
google का काम करने का तरीका यह है:
- वेब पर मौजूद जानकारी खोजना
- खोजी गई जानकारी को एक बड़े डेटाबेस में सहेजना।
- उपयोगकर्ता के सबालों के आधार पर सबसे प्रासंगिक परिणामों को क्रमबद्ध तरीके से दिखाना।
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